Friday, June 6, 2008

safalta


आ गए संसार में ;
ले पोटली बाज़ार में।
तूफ़ान में मझधार में;
सानिध्य में तकरार में ।
तूफ़ान से टकराइए;
सच का मुनाफा पाइए।
हंसते हुए मिट जाइये;
जीवन सफल कर जाइये।
इश्क सुल्तानपुरी।

1 comment:

varun mishra said...

This is thought provoking... and summs up the rat race...